A SIMPLE KEY FOR वशीकरण मंत्र किसे चाहिए UNVEILED

A Simple Key For वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Unveiled

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मंत्र की उर्जा और प्रभाव को बढाने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है.

लौंग, लौंगा, लौंगा! बैर एक लौंग मेरी आती-पाती

विधि: मंत्र सिद्धि के लिए, किसी भी ग्रहणकाल के दौरान एक मिट्टी का चौमुखा दीपक और चार लौंग लेकर किसी पवित्र स्थान पर बैठें। दीपक में चमेली का तेल डालें और चार बत्तियों को तेल में भिगोकर जलाएं। दीपक को इस प्रकार रखें कि प्रत्येक बत्ती का मुँह अलग-अलग चार दिशाओं की ओर हो। प्रत्येक बत्ती के पास एक लौंग रखें। ग्रहण के आरंभ से लेकर उसके समाप्त होने तक मंत्र का निरंतर जाप करें।

ॐ नमो तिलक इश्वर तिलक महेश्वर तिलक जय विजय कार

शक्तिशाली और रहस्यमयी वशीकरण मंत्रों के बारे में बहुत सुना जाता है। यह एक ऐसा विषय है जिसपर अभी तक विवाद है कि इन मंत्रों का उपयोग सचमुच में संभव है या यह केवल मान्यता और अनुभवों का परिणाम है। वशीकरण मंत्रों का जो रहस्य और प्रभाव है, उसे विज्ञान अभी तक समझने में सक्षम नहीं हुआ है। हालांकि, कई लोग इन मंत्रों का उपयोग कर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने का दावा करते हैं।

वशीकरण मंत्र का उपयोग विभिन्न लोगों द्वारा विभिन्न कारणों से किया जाता है। यह मंत्र निम्नलिखित क्षेत्रों में सहायता प्रदान कर सकता है:

यह मंत्र देवी कामाख्या की शक्ति का आह्वान करता है, ताकि किसी खास व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित किया जा सके।

जब तक वो कपडा उसके पास रहता है वो आपके आकर्षण में फंसा रहता है. हालाँकि ये मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना प्रयोग भी स्थायी नहीं है लेकिन कुछ काल के दौरान किसी को अपने आकर्षण में बाँधने के लिए ये काफी है.

फुरो मंत्र इश्वरो वाचा बे माता की आज्ञा

बगलामुखी देवी को दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या माना जाता है. इनकी पूजा शत्रु विजय, वाक् शक्ति, मनोकामना पूर्ति, विवादों में सफलता और कानूनी मामलों में विजय प्राप्त करने के लिए की जाती है. कई लोग मानते हैं कि बगलामुखी पूजा से वशीकरण भी किया जा सकता है.

नरसिंह की मोहिनी मोहे सब संसार, मोहन रे मोहनता वीर

ॐ नमो आकाश की योगिनी पातालनाग, उठि हनुमंत जी ‘फलानी’ को लाग, परै न निद्रा बैठे न सुख, जोबो देखे न मेरो मुख, तब तक नहिं परै हिये में सुख, लाऊ जो वाकू पियो, मोहि दीखै ठण्डी हो जाय, आवत न काहू दिखाय, आउ आउ मेरे आगे लाउ, न लावै click here तो गुरु गौरखनाथ की आन।

पारिवारिक और व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान।

परिणाम व्यक्ति और स्थिति के अनुसार अलग-अलग होते हैं।

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